शर्मसार हुई बेगम : अकबर बीरबल की कहानी (Akbar Birbal Story in hindi) – शहंशाह अकबर बेमगों के साथ बगीचे में फूल तोड़ रहे थे। बादशाह को ढूंढते हुए बीरबल भी बगीचे में आ गए। एक बेगम ने शहंशाह से कहा, “शहंशाह, आपका दीवान बड़ा ही बातूनी और मसखरा है। हम उससे सवाल पूछना चाहते हैं।
बादशाह ने बीरबल को इशारे से बुलाया। बीरबल ने समझा कि बादशाह ने फूल तोड़ने के लिए बुलाया है। वह भी चुपचाप फूल तोड़कर डलिया में डालने लगा।”

एक बेगम ने चुटकी लेते हुए कहा, “यह मजदूर तो बिना मजदूरी के ही फूल तोड़ कर डलिया में डालने लगा।”
हाजिरजवाब बीरबल ने झट से कहा, “बेगम साहिबा, एक मजदूर तो पहले से ही काम पर लगा है। जो मजदूरी आप उसे दें, वही मुझे भी दे देना।”
बेगम शर्म से लाल हो गई और बादशाह अकबर मुस्कुरा पड़े।
बीरबल से फिर किसी ने मजाक नहीं किया।
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