न कम न अधिक : Akbar Birbal Short Hindi Story – अपनी छोटी बेटी के बहुत जिद करने पर एक दिन बीरबल उसे दरबार में लेकर आए। उनकी बेटी भी उनकी तरह ही हाजीरजवाब और वाचाल थी। अकबर बादशाह को जब मालूम हुआ कि वह लड़की बीरबल की है तो उन्होंने प्यार से उसे अपने पास बुलाया और उससे बात करने लगे।
लड़की शहंशाह से बहुत शीघ्र ही हिल-मिल गई। तभी अचानक ही बादशाह ने कहा, “हमारी बेटी को बात करना भी आता है ?” जवाब में बीरबल की बेटी बोली, “न कम न अधिक।”
बादशाह लड़की का मुंह ताकने लगे। उन्हें उसकी बात समझ में नहीं आई थी। वह बोले, “तुम कहना क्या चाहती हो ?”
बीरबल की बेटी ने कहा, “मैं यह कहना चाहती हूं कि बड़ों से कम बोलना चाहिए और छोटों से ज्यादा।”
बादशाह सलामत लड़की की बुद्धिमत्तापूर्ण बात सुनकर खुशी के मारे गदगद हो गए।
उम्मीद करता हूँ आपको यह पोस्ट (na kam na adhik – akbar birbal ki kahani) पसंद आया होगा। इसी तरह का नई-नई कहानी सीधे अपने ईमेल पर पाने के लिए इस ब्लॉग को सब्सक्राइब करें।
नीचे कमेंट जरूर बताये कि न कम न अधिक : Akbar Birbal Short Hindi Story आपको कैसी लगी। इस ब्लॉग के नये पोस्ट का नोटिफिकेशन फेसबुक पर पाने के लिए मेरे फेसबुक पेज को लाइक करें।