Christian dharma history in hindi : ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह थे। ईसाई धर्म (मसीही या क्रिस्चियन) प्राचीन यहूदी परंपरा से निकला एकेश्वरवादी धर्म है। इसकी शुरुवात प्रथम सदी ई० में फिलिस्तीन (Palestine) में हुई। इस धर्म के अनुयायी ईसाई (christian) कहलाते है। ईसाई धर्म ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) की शिक्षा पर आधारित है। इस पोस्ट में ईसाई धर्म (Isai dharm) से संबंधित प्रतियोगिता परीक्षा (competitive examination) में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण तथ्य एवं question answer hindi में जानेंगे।

ईसाई धर्म का इतिहास : Christian Dharma History in Hindi
ईसा मसीह (यीशु) एक यहूदी थे जो इजराइल के गाँव जेरुशेलम के निकट बेथलेहम में जन्मे थे। ईसाई मानते है कि उनकी माता मेरी (मरियम) कुँवारी (वर्जिन) थीं। यीशु उनके गर्भ में परमपिता परमेश्वर की कृपा से चमत्कारिक रूप से आये है।
कुछ लोग ये मानते हैं कि यीशु भारत भी आये थे। बाद में यीशु ने इजराइल में यहूदियों के बीच प्रेम का संदेश सुनाया और कहा कि वो ही ईश्वर के पुत्र हैं। इन बातों पर पुराणपंथी यहूदी धर्मगुरु भड़क उठे और उनके कहने पर इजराइल के रोमन राज्यपाल पोंटियस ने यीशु को क्रूस पर चढ़ाकर मारने का प्राणदण्ड दे दिया।
ईसाई मानते हैं कि मृत्यु के तीसरे दिन ही ईसा मसीह पुनः जीवित हो उठे थे। ईसा मसीह के शिष्यों ने उनके द्वारा बताये गये मार्ग अर्थात् ईसाई धर्म को सर्वप्रथम फ़िलीस्तीन में प्रचार किया, जहाँ से वह रोम और फिर सारे यूरोप में फैला। ईसाई लोग ईश्वर को ‘पिता’ और मसीह को ‘ईश्वर पुत्र’ मानते हैं।
यीशु के उपदेश बाइबिल के नये नियम में उनके 12 शिष्यों द्वारा रेखांकित किये गए हैं।
बाइबिल (Bible)
ईसाई धर्मग्रन्थ बाइबिल में दो भाग हैं। पहला भाग पुराना नियम कहलाता है, जो कि यहूदियों के धर्मग्रंथ तनख का ही संस्करण है। दूसरा भाग नया नियम कहलाता तथा ईसा के उपदेश, चमत्कार और उनके शिष्यों के कामों का वर्णन करता है।
ईसाइयों के मुख्य सम्प्रदाय
ईसाइयों के मुख्य सम्प्रदाय हैं :
- कैथोलिक
- ऑर्थोडॉक्स
- प्रोटेस्टेंट
कैथोलिक : कैथोलिक सम्प्रदाय में पोप को सर्वोच्च धर्मगुरु मानते हैं।
ऑर्थोडॉक्स : ऑर्थोडॉक्स रोम के पोप को नहीं मानते, पर अपने-अपने राष्ट्रीय धर्मसंघ के पैट्रिआर्क को मानते हैं और परम्परावादी होते हैं।
प्रोटेस्टेंट : प्रोटेस्टेंट किसी पोप को नहीं मानते है और इसके बजाय पवित्र बाइबल (bible) में पूरी श्रद्धा रखते हैं।
ईसाई धर्म के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य : Important Facts About Christianity
- ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह हैं।
- ईसाई धर्म का प्रमुख ग्रंथ बाइबिल है।
- ईसा मसीह (Isa masiha) का जन्म जेरुशेलम के निकट बेथलेहम नामक स्थान पर हुआ था।
- ईसा के जन्म-दिवस को क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है।
- ईसा मसीह के माता का नाम मेरी और पिता का नाम जोसफ है।
- ईसा ने अपने जीवन के प्रथम 30 वर्ष एक बढ़ई के रूप में बेथलेहम के निकट नाज़रेथ में बिताए।
- ईसा मसीह के प्रथम दो शिष्य एंड्रूस एवं पीटर थे।
- ईसा मसीह को सूली पर रोमन गवर्नर पोंटियस ने चढ़ाया।
- ईसा मसीह को 33 ई० में सूली पर चढ़ाया गया।
- ईसाई धर्म का सबसे पवित्र चिह्न क्रॉस है।
- ईसाई त्रित्व में विश्वास रखते हैं, वे हैं – ईश्वर-पिता, ईश्वर-पुत्र (ईसा), ईश्वर-पवित्र आत्मा
12वीं शताब्दी में फ्रांस में आरंभिक भवनों की तुलना में अधिक ऊँचे व हल्के चर्चों के निर्माण प्रारंभ हुए। वास्तुकला की यह शैली गोथिक नाम से जानी जाती है। इस वास्तुकलात्मक शैली के सर्वोत्कृष्ट उदाहरणों में एक पेरिस का नाट्रेड्म चर्च है।
भारत में ईसाई धर्म का आगमन : Christian Dharma History in India in hindi
माना जाता है कि भारत में ईसाई धर्म (christian dharma) की शुरुआत केरल के तटीय नगर क्रांगानोर में हुई जहां, किंवदंतियों के मुताबिक, ईसा के बारह प्रमुख शिष्यों में से एक सेंट थॉमस ईस्वी सन् 52 में पहुंचे थे। कहा जाता है कि उन्होंने उस काल में सर्वप्रथम कुछ ब्राह्मणों को ईसाई बनाया था। इसके बाद उन्होंने आदिवासियों को धर्मान्तरित किया था।
ऐसा व्यापकर रूप से प्रचारित है कि भारत की आजादी के बाद ‘मदर टेरेसा‘ ने सेवा की आड़ में बड़े पैमाने पर गरीब लोगों को ईसाई बनाया।
ईसाई धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर : Christian Dharma Question Answer
- ईसाई धर्म के संस्थापक कौन थे – ईसा मसीह
- ईसाई धर्म का प्रमुख ग्रंथ क्या है – बाइबिल
- ईसा मसीह का जन्म कहाँ हुआ था – बेथलेहम
- ईसाई धर्म का सबसे पवित्र चिह्न क्या है – क्रॉस
- ईसा मसीह के माता का नाम क्या था – मेरी
- ईसा मसीह के प्रथम दो शिष्य कौन थे – एंड्रूस एवं पीटर
- ईसा मसीह को सूली पर किसने चढ़ाया – पोंटियस
- ईसा मसीह को सूली पर कब चढ़ाया गया – 33 ई०
- ईसाई धर्म के अनुयायी को क्या कहते है – ईसाई
- ईसाई धर्म की शुरुवात सर्प्रथम कहाँ से हुई – फ़िलीस्तीन
- ईसा मसीह के जन्म-दिवस को किस रूप में मनाया जाता है – क्रिसमस
प्राचीन भारतीय इतिहास नोट्स :
- प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत : Source of Ancient Indian History in Hindi
- प्रागैतिहासिक काल : Prehistoric Age Notes in hindi
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