घर कैसे लूटा : Ghar Kaise Luta Akbar Birbal Hindi Story – शहंशाह अकबर एक रोज दरबार में आए तो वह सब को बहुत ही गमहीन मुद्रा में दिखे। दरबारियों ने उनसे इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा, “अब यह बेचैनी और उदासी तो बीरबल ही दूर कर सकते हैं।” इसी बीच बीरबल दरबार में आ गए। जहांपनाह ने बीरबल को गौर से देखा और कहा, “बीरबल, शायद तुम मेरी समस्या सुलझा सको। इस प्रश्न में पूरे राज्य की समस्या छुपी हुई है।
बताओ घर, कैसे लूटा और बैल कैसे घायल हुआ ?” बीरबल के लिए कोई भी सवाल कठिन नहीं होता था। वह शीश नवाकर बड़े अदब से बोले, “जहांपनाह, जुआ नहीं हटा था।”

“तुम कहना क्या चाहते हो, बीरबल, साफ-साफ बताओ।” अकबर ने कहा।
“जहांपनाह, जुआ खेलना नहीं रोका गया तो घर लूट गया और बैल की गर्दन से जुआ नहीं हटाया गया तो बैल घायल हो गया।” बीरबल ने स्पष्ट शब्दों में जवाब दिया।
शहंशाह अकबर बहुत ही खुश हुए और उसी समय उन्होंने घोषणा कर दी कि हमारे राज्य में कोई भी जुआ नहीं खेलेगा, जो जुआ खेलते पकड़ा जाएगा उसे दंडित किया जाएगा। इससे पूरे राज्य में अमन चैन स्थापित करने में बादशाह को काफी सहायता मिली।
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