Karkota vansh, Utpala vansh & Lohara vansh history in hindi : कश्मीर पर शासन करनेवाले शासक वंश कालक्रम से इस प्रकार थे — कार्कोट वंश (karkota dynasty), उत्पल वंश (utpala dynasty), लोहार वंश (lohara dynasty). इस पोस्ट में कश्मीर के राजवंश (kashmira dynasty) के इतिहास के बारे में जानेंगे।

कश्मीर के राजवंश का इतिहास : Kashmira Dynasty History in Hindi
कश्मीर के राजवंश थे –
- कार्कोट वंश
- उत्पल वंश
- लोहार वंश
कार्कोट वंश (Karkota Vansh)
- कार्कोट कश्मीर का एक राजवंश था, जिसने गोनन्द वंश के पश्चात कश्मीर पर अपना आधिपत्य जमाया।
- कार्कोट पुराणों में वर्णित एक प्रसिद्ध नाग का नाम है। उसी के नाम पर इस वंश का नाम पड़ा।
- गोनंद वंश का अंतिम नरेश बालादित्य पुत्रहीन था।
- उसने अपनी कन्या का विवाह दुर्लभवर्धन से किया। दुर्लभवर्धन ने 627 ई० में कश्मीर में कार्कोट वंश (हिन्दू वंश) की स्थापना की थी।
- ह्वेनसांग ने दुर्लभवर्धन के शासनकाल में कश्मीर की यात्रा की।
- दुर्लभवर्धन के शासनकाल में प्रसिद्ध चीनी यात्री युवानच्वांग भारत आया था।
- दुर्लभवर्धन के 30 वर्ष राज्य करने के बाद उसका पुत्र दुर्लभक गद्दी पर बैठा और उसने 50 वर्ष तक शासन किया।
- कार्कोट वंश का सबसे शक्तिशाली राजा ललितादित्य मुक्तापीड था।
- कश्मीर का मार्त्तण्ड-मंदिर का निर्माण ललितादित्य मुक्तापीड के द्वारा करवाया गया था।
- ललितादित्य ने कन्नौज के यशोवर्मन को भी पराजित किया था।
- 36 वर्ष तक राज्य करने के बाद उसकी मृत्यु हुई।
- ललितादित्य के बाद उसका दो पुत्र कुवलयापीड़ तथा वज्रापीड़ गद्दी पर बैठा।
- वज्रापीड़ ने लगभग 762 ई० में शासन आरंभ किया।
- वज्रापीड़ के तीन पुत्र पृथिव्यापीड़, संग्रामापीड़ और जयापीड़ थे।
उत्पल वंश (Utpala Dynasty)
- उत्पल वंश कश्मीर का राजवंश था जिसने लगभग 855 ई० से लगभग 939 ई० तक शासन किया।
- अवन्तिवर्मन ने कार्कोट वंश के अंतिम राजा से शासन की बागडोर छीन कर उत्पल वंश की स्थापना की।
- अवन्तिपुर नामक नगर की स्थापना कश्मीर में अवन्तिवर्मन ने की थी।
- अवन्तिवर्मन के अभियन्ता सूय्य ने सिंचाई के लिए नहरों का निर्माण करवाया।
- अवन्तिवर्मन की मृत्यु के बाद इसकी पत्नी सुगंधा ने शासन को संभाला।
- 980 ई० उत्पलवंश की रानी दिद्दा एक महत्वाकांक्षिणी शासिका हुई।
लोहार वंश (Lohara Dynasty)
- उत्पल वंश के बाद कश्मीर पर लोहरवंश का शासन हुआ।
- लोहार वंश भारत का एक राजवंश था जिसने 1003 से 1320 ई० तक कश्मीर पर शासन किया।
- लोहार वंश की स्थापना संग्रामराज ने 1003 ई० में की थी।
- संग्रामराज की पत्नी सूर्यमती ने प्रशासन को सुधारने में उसकी सहायता की।
- लोहार वंश का शासक हर्ष विद्वान, कवि तथा कई भाषओं का ज्ञाता था।
- कल्हण हर्ष का आश्रित कवि था।
- जयसिंह लोहार वंश का अंतिम शासक था, जिसने 1128 ई० से 1155 ई० तक शासन किया।
- जयसिंह के शासन के साथ ही कल्हण की राजतरंगिणी का विवरण समाप्त हो जाता है।
कामरूप का वर्मन वंश : Varmana Vansh History in Hindi
- चौथी शताब्दी के मध्य कामरूप में वर्मन वंश का उदय हुआ।
- आधुनिक राज्य असम को प्राचीनकाल में कामरूप और प्रागज्योतिषपुर कहा जाता था।
- कामरूप राज्य का विस्तार उत्तरी और पश्चिमी बंगाल, चीन के सीमावर्ती इलाकों तथा डवाक तक था।
- वर्मन वंश की प्रतिष्ठा का संस्थापक पुष्यवर्मन था।
- इसकी राजधानी प्रागज्योतिष नामक स्थान पर थी।
- कालांतर में कामरूप पाल साम्राज्य का एक अंग बन गया।
- वर्मन वंश का अंतिम शासक भास्कर वर्मन था।
- भास्कर वर्मन के बाद वर्मन वंश का अंत हो गया।
कार्कोट वंश, उत्पल वंश, लोहार वंश एवं वर्मन वंश के महत्त्वपूर्ण प्रश्न उत्तर : Karkota, Utpala, Lohara, Varmana Dynasty GK Question Answer
- कश्मीर में कार्कोट वंश (हिन्दू वंश) की स्थापना किसने की – दुर्लभवर्धन
- कार्कोट वंश का सबसे शक्तिशाली राजा कौन था – ललितादित्य मुक्तापीड
- कश्मीर में मार्त्तण्ड-मंदिर का निर्माण किसने करवाया – ललितादित्य मुक्तापीड
- ललितादित्य ने कन्नौज के किस राजा को पराजित किया था – यशोवर्मन
- कार्कोट वंश के बाद कश्मीर पर किस वंश का शासन हुआ – उत्पल वंश
- कश्मीर में अवन्तिपुर नामक नगर की स्थापना किसने की थी – अवन्तिवर्मन ने
- उत्पल वंश का संस्थापक कौन था – अवन्तिवर्मन
- अवन्तिवर्मन के किस अभियन्ता ने सिंचाई के लिए नहरों का निर्माण करवाया था – सूय्य ने
- उत्पल वंश की महत्वकांक्षिणी शासिका कौन हुई – दिद्दा
- उत्पल वंश के बाद कश्मीर पर किस वंश का शासन हुआ – लोहार वंश
- लोहार वंश का संस्थापक कौन था – संग्रामराज
- संग्रामराज की पत्नी कौन थी – सूर्यमती
- लोहार वंश का वह शासक कौन था जो कि विद्वान, कवि तथा कई भाषओं का ज्ञाता था – हर्ष
- हर्ष का आश्रित कवि कौन था – कल्हण
- लोहार वंश का अंतिम शासक कौन था – जयसिंह
- कल्हण की राजतरंगिणी किसके शासन के साथ ही समाप्त हो जाता है – जयसिंह
- कामरूप के वर्मन वंश का संस्थापक कौन था – पुष्यवर्मन
- पुष्यवर्मन ने अपनी राजधानी किसको बनाई – प्रागज्योतिष
- वर्मन वंश का अंतिम शासक कौन था – भास्कर वर्मन
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कश्मीर के राजवंश – कार्कोट वंश, उत्पल वंश, लोहार वंश और कामरूप के वर्मन वंश के इतिहास (kashmira dynasty – karkota vansh, utpala vansh, lohara vansh, varmana vansh history) से संबंधित कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें। हमसे जुड़े रहने के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें।