किसकी पत्नी : Kiski Patni Akbar Birbal Story in Hindi – एक सौदागर अपनी सुंदर पत्नी के साथ एक रिश्तेदार से मिलने जा रहा था। वे अभी कुछ ही दूर गए थे कि रास्ते में उन्हें एक किसान मिल गया। किसान अपनी बैलगाड़ी पर था। सौदागर की सुंदर पत्नी को देखते ही किसान का ईमान डोल गया। सौदागर से बोला, “लालाजी, आपको किस गांव में जाना है ?”
सौदागर ने गांव का नाम जैसे ही बताया किसान झट से बोल पड़ा, मैं भी तो वही जा रहा हूं। आप ऐसा करें अपनी पत्नी को मेरी गाड़ी में बैठा दीजिए।” सौदागर ने बिना सोचे-समझे ही अपनी पत्नी को गाड़ी में बैठा दिया और खुद पैदल ही चलने लगा।
कुछ दूर जाने के बाद किसान ने बैलों को पीटना शुरू कर दिया। बैल तेज-तेज चलने लगा। सौदागर भी गाड़ी के पीछे-पीछे दौड़ने लगा। किसान तो उसकी पत्नी पर लट्टू था। उसने उसे तरह-तरह के सब्जबाग दिखाने शुरू कर दिए और उसे अपने पक्ष में कर लिया।
जब गांव आ गया तब सौदागर ने किसान को आवाज देकर कहा, “भइया, गाड़ी रोको। हमें जिस गांव में जाना है, वह गांव आ गया। मेरी पत्नी को यहीं पर गाड़ी से उतार दो।”
किसान बोला, “मेरा गांव तो अभी आगे हैं और यह तुम्हारी पत्नी नहीं है। यह तो मेरी पत्नी है।”
सौदागर किसान की बातें सुनकर अवाक रह गया और दौड़ गाड़ी के पास आ गया, फिर वह चिल्लाने लगा, यह धूर्त किसान मेरी पत्नी को अपनी पत्नी बता रहा और उसे गाड़ी से उतरने नहीं दे रहा है।”
सौदागर की बातें सुनकर कुछ लोग वहां आकर खड़े हो गए। लेकिन कोई भी कुछ नहीं बोल सका। दोनों आपस में बहस करते हुए शहंशाह अकबर के दरबार में पहुंचे। अकबर बादशाह ने उन दोनों की बातें सुनने के बाद बीरबल को हुक्म दिया कि इस मामले को सुलझाएं। बीरबल ने वादी-प्रतिवादी दोनों को गौर से देखा, फिर गाड़ी में बैठी उस औरत को अपने पास बुलाया और उससे पूछा, “आखिर मामला क्या है, सच-सच बताओ ?”
वह औरत कुछ नहीं बोली। बीरबल कुछ देर तक खामोश रहे, फिर उस महिला को स्याही का दवात दी और कहा, “इसमें पानी भर कर ले आओ।”
औरत कुछ समझ ना सकी। दवात में पानी भरकर झट से आ गई। बीरबल ने दवात से स्याही निकाली और कुछ शब्द लिखकर देखे। स्याही में पानी की मात्रा सही थी। बीरबल ने सौदागर से कहा, “तुम अपनी पत्नी को ले जा सकते हो। यह तुम्हारी ही पत्नी है। किसान को झूठ बोलने और दूसरे की पत्नी को हड़पने की कोशिश करने के अपराध में सजा मिलेगी।”
शहंशाह आश्चर्य करते हुए बोले, “बीरबल, तुमने यह कैसे जान लिया कि यह औरत सौदागर की ही पत्नी है ?”
बीरबल बोले, “जहांपनाह, मैंने उस महिला से दवात में पानी भरने को कहा। वह महिला दवात में उतना ही पानी भर कर लाई, जितना पानी स्याही के लिए उपयुक्त था, इससे मैंने अनुमान लगा लिया कि यह किसान कि नहीं सौदागर की पत्नी है क्योंकि सौदागर हिसाब लिखते समय कभी-कभी उससे स्याही में पानी अवश्य ही डलवाता होगा।” बीरबल के इस तर्क पूर्णविचार को सुनकर अकबर बादशाह बहुत ही खुश हुए।
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