नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जीवनी : Nawazuddin Siddiqui Biography in hindi – नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता हैं। यह बॉलीवुड की कई महत्वपूर्ण फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखा चुके हैं। आज के समय में नवाजुद्दीन सिद्दीकी को कौन नहीं जनता है।
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी एक ऐसे अभिनेता का नाम है, जिन्होंने अपने निरंतर प्रयत्न और मेहनत के दम पर बॉलीवुड इंडस्ट्री में आज बड़ा नाम कमाया है।
यह कई बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके हैं। जैसे ब्लैक फ्राइडे (2004), न्यू यॉर्क (2009), पीपली लाइव (2009), कहानी (2010), मांझी : द माउंटेन मैन (2015), सेक्रेड गेम्स (2018), मंटो (2018), ठाकरे (2019) आदि। नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने फिल्मों के अलावा वेब सिरीज जैसे सिक्रेड गेम्स से बेहद नाम कमाया है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जीवनी : Nawazuddin Siddiqui Biography in hindi
पूरा नाम (Full Name) | नवाजुद्दीन सिद्दीकी |
उपनाम (Nickname) | नवाज़ |
जन्म दिन (Birth Date) | 19 मई 1974 |
जन्म स्थान (Birth Place) | उत्तर प्रदेश मुजफ्फरनगर जिला |
उम्र (Age) | 48 वर्ष |
पिता का नाम (Father) | स्वर्गीय नवाबुद्दीन सिद्दीकी |
माता का नाम (Mother) | मेहरुन्निसा |
पत्नी का नाम (Wife) | अंजना सिद्धकी |
पेशा (Profession) | भारतीय फिल्म अभिनेता |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
गृहनगर (Hometown) | मुंबई महाराष्ट्र अंधेरी पश्चिम |
धर्म (Religion) | इस्लाम |
जाति (Caste) | सिद्दीकी |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विवाहित |
डेब्यू फ़िल्म (Debut Film) | सरफरोश (1999 ई.) |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जन्म और शिक्षा (Nawazuddin Siddiqui Birth & Education)
Nawazuddin Siddiqui का जन्म 19 मई 1974 को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना गांव में हुआ था। यहीं उनका बचपन बीता, इंटरमीडिएट तक की पढाई भी इसी गाँव से की। बहुत से लोग सोचते हैं कि नवाज़ुद्दीन एक गरीब परिवार से हैं, लेकिन ऐसा नही है, वो एक well-off ज़मींदार किसानो की family से belong करते हैं। हालांकि, अपना करियर बनाते वक्त उन्होंने परिवार से कोई आर्थिक मदद नहीं ली और बहुत बुरे दिन देखे।
नवाज़ुद्दीन शुरू से ही अपने गाँव से निकल कर बाहर जाना चाहते थे, इसकी वजह थी कि वहां का माहौल पढाई-लिखाई के लिहाज़ से सही नहीं था।
नवाज़ुद्दीन ने इंटर तक की पढ़ाई गाँव से करने के बाद वो हरिद्वार चले गए, क्योंकि गाँव मे पढ़ाई लिखाई का माहौल नही था, हरिद्वार मे उन्होने गुरुकुल कंगरी विश्वविद्यालय से अपनी केमिस्ट्री (chemistry) में बीएससी (B.Sc) की पढाई पूरी की।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का परिवार (Nawazuddin Siddiqui Family)
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के पिता का नाम स्वर्गीय नवाबुद्दीन सिद्दीकी और माता का नाम मेहरुन्निसा है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी सात भाइयों और दो बहनों में सबसे बड़े हैं। नवाज़ुद्दीन की शादी आलिया उर्फ अंजना किशोर पांडे से हुई है और उनकी एक बेटी शोरा और एक बेटा है, जो अभिनेता के 41 वें जन्मदिन पर पैदा हुए थे।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का प्रारंभिक जीवन एवं संघर्ष (Nawazuddin Siddiqui Early Life)
बीएससी (B.Sc) की पढाई पूरी करने के बाद वो वडोदरा, गुजरात में एक कम्पनी में बतौर केमिस्ट काम करने लगे।इस काम में उनका मन नहीं लगता था, लेकिन कुछ न कुछ करना था इसलिए करते जा रहे थे।
फिर एक दिन उनका एक दोस्त उन्हें एक फिल्म दिखाने के लिए ले गया। फिल्म उसे अच्छा लगा। उसके बाद उन्हे एहसास हुआ की शायद वो इसी काम के लिए बने है। इस बारे मे उन्होने अपने दोस्त से सलाह लिया, और दोस्त ने समझाया की एक्टर बनना है तो एक्टिंग सीखनी होगी।
एक्टिंग सीखने के लिए Delhi में स्तिथ National School Of Drama (NSD) में दाखिला ले। लेकिन उस स्कूल में दाखिला लेने के लिए पहले से ही कुछ प्ले का experience होना जरुरी था जो नवाज़ के पास नहीं था इसलिए नवाज़ ने एक प्ले ग्रुप जॉइन किया जहाँ से वो एक्टिंग का टैलेंट हासिल कर सके।
इस ग्रुप का नाम Shakshi Theatre Group था। यही वो ग्रुप था जिसमें उनके साथ मनोज बाजपेयी और सौरभ शुक्ला भी एक्टिंग के गुर सीख रहे थे। नवाज़ुद्दीन छोटे-मोटे नाटक करने लगे।
पर इन नाटकों से पैसे नहीं मिलते थे और दिल्ली में sustain करना था तो पैसे तो चाहिए थे। इसलिए उन्होंने Delhi के एक ऑफिस में Watchman का काम किया। अपनी ड्यूटी समाप्त करने के बाद वो प्ले सीखते थे।
उनके अन्दर एक्टिंग सिखने का इतना जूनून था की वो उसके लिए कोई भी परेशानियों को झेलने के लिए तैयार रहते थे। बहुत सारे प्ले करने के बाद उन्होंने NSD में admission ले लिया।
Nawazuddin Siddiqui Success Story
1996 में National School Of Drama (NSD) से पास होकर निकले। इसके बाद 4 साल दिल्ली में रहे और बहुत सारे theatre और play किया। लेकिन इससे उनकी अच्छी कमाई नहीं हो पाती थी।
उन्होंने सोचा कि ऐसी गरीबी में जीने के बजाय मुंबई में चलना बेहतर होगा। उसके बाद ये मुंबई चले आये और मुंबई में बहुत स्ट्रगल किया, जहाँ से शुरू हुआ रिजेक्शन का दौर। Mumbai में उन्होंने NSD के senior से मदद मांगी, वो नवाज़ को अपने साथ रखने के लिए राजी तो हो गए पर उन्होंने कहा की उनके साथ रहने के लिए नवाज़ को उनके लिए खाना बनाना होगा।
नवाज़ वो करने के लिए भी राज़ी हो गए। आखिर उन्हें अपना सपना जो पूरा करना था। शुरुआत में उन्होंने TV serials में काम करने की कोशिश की, बहुत कोशिशों के बाद उन्हें serials में एक दो बार थोड़े समय के लिए छोटे रोल्स करने को तो मिला जहाँ उन्हें ज्यादातर notice नहीं किया जाता था। उसके बाद उनको ये realize हुआ की वहां उनकी सही जगह नहीं है।
उनके टैलेंट को पह्चान्ने वाला कोई नहीं था, क्योंकि वहां सिर्फ अच्छे दिखने वाले यानि सिर्फ outer appearance वालों को चांस मिलता था। और नवाज़ के पास वो खूबसूरती नहीं थी जिससे उनको कुछ बड़ा रोल करने को मिलता।
इसलिए उन्होंने फिर फिल्मो में काम पाने की कोशिश की। जहाँ भी फिल्म की suiting चल रही होती थी नवाज़ वहां पहुच जाते थे और वहां काम की तलाश में रहते थे। कोई उनसे पूछता था कि यहाँ क्या करने आये हो तो नवाज़ कहते थे मैं एक्टर हूँ, उन्हें जवाब में यही मिलता था कि दीखते तो नहीं हो और उन्हें वहां से निकाल दिया जाता था।
बार-बार ना सुन-सुन कर वो थक चुके थे, इतनी बार उन्हें मना किया गया था कि वो कहते थे ना सुनने की आदत सी हो गयी है। अब उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
लाज़मी है की अगर इंसान को उसके सपने पुरे होते हुए नहीं दीखता है तो वो frustrate हों जाता है, नवाज़ भी हो जाते थे। कई बार सोचते थे की सब कुछ छोड़ कर वापस अपने गाँव अपने माता पिता के पास चला जाऊं लेकिन फिर यही सोच कर रुक जाते की वहां जा कर करेंगे क्या ?
उन्हें तो सिर्फ़ एक्टिंग करना ही अच्छा लगता था। उसके अलावा उन्हें किसी और काम में मन नहीं लगता था। यही सोच कर फिर वो रुक जाते और फिर से काम की तालाश में निकल पड़ते।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का करियर (Nawazuddin Siddiqui Career)
दिल्ली से ड्रामा में डिग्री हासिल करने के बाद इन्होंने वर्ष 1999 में सरफरोश जैसी सुपरहिट फिल्म में काम किया, परंतु इन्हें इस फिल्म में बहुत ही कम समय के लिए और आतंकवादी मुखबीर नाम का एक छोटा सा किरदार प्रदान किया गया था। नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पहली फ़िल्म सरफरोश थी।
इसके बाद ये राम गोपाल वर्मा की फ़िल्म शूल (1999), जंगल (2000) और राजकुमार हिरानी की मुन्ना भाई एमबीबीएस (2003) में भी नजर आए थे। मुंबई में आने के बाद इन्होंने टीवी धारावाहिकों में काम तलाशने की कोशिश की, पर कुछ खास सफलता नहीं मिली। इन्होंने एक छोटी फिल्म, द बायपास (2003) में इरफान खान के साथ काम किया था।
2009 में इन्हें देव-डी के इमोश्नल अत्याचार गाने में एक छोटे से रंगीला नाम के किरदार के रूप में काम मिला। इसी साल ये न्यू यॉर्क (2009) में भी दिखाई दिये। लेकिन इन्हें एक अभिनेता के रूप में पहचान अनुषा रिजवी की पीपली लाइव (2010) से मिली थी, जिसमें इन्हें एक पत्रकार की भूमिका मिली थी।
2012 में ये प्रशांत भार्गव के पतंग : द काइट (2012) में दिखाई दिये। इस फिल्म को बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव और ट्रिबेका फिल्म उत्सव में दिखाया गया था।
सन् 2012 में ही अनुराग कश्यप की फ़िल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के दूसरे भाग में इन्हें प्रमुख भूमिका में लिया गया और इस फिल्म ने इन्हें एक उत्तम अभिनेता के रूप में स्थापित कर दिया।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की कुछ प्रमुख फिल्में (Nawazuddin Siddiqui’s Films)
वर्ष | फिल्म | अभिनेता की भूमिका |
1999 | सरफरोश | आतंकवादी (मुखबीर) |
2000 | दिल पर मत ले यार | नवाज |
2003 | मुद्दा द इशू | केमियो |
2006 | फैमिली | नवाज |
2007 | एक चालीस की लास्ट लोकल | पोनप्पा का भाई |
2007 | मनोरमा सिक्स फीट अंडर | स्थानीय गुंडा |
2008 | ब्लैक एंड वाइट | ताहिर तय्यबुद्दीन |
2009 | न्यूयॉर्क | हनीफ |
2009 | फिराक | जीलगई |
2009 | देव- डी | विवाह में गायक |
2010 | पीपली लाइव | राकेश कपूर |
2011 | देख इंडियन सर्कस | जेठू |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी को मिले पुरस्कार और सम्मान (Award)
वर्ष | फिल्म | पुरस्कार का नाम |
2013 | गैंग ऑफ वासेपुर, तलाश, गैंग ऑफ वासेपुर पार्ट 2 | राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार – विशेष ज्यूरी पुरस्कार |
2014 | द लंचबॉक्स | फिल्म फेयर पुरस्कार |
2016 | बदलापुर | जी सीने पुरस्कार |
2013 – 2016 | बजरंगी भाईजान और तलाश | स्टार स्क्रीन |
2016 | बजरंगी भाईजान | ज़ी सिने पुरस्कार |
2013 | तलाश | ज़ी सिने पुरस्कार |
2018 | मॉम | आई आई एफ ए पुरस्कार |
2013 | गैंग ऑफ वासेपुर | स्टारडस्ट पुरस्कार |
2013 | तलाश | एशियाई फिल्म पुरस्कार |
2016 | बदलापुर | गिल्ड पुरस्कार |
2014 – 2016 | बजरंगी भाईजान और द लंचबॉक्स | गिल्ड पुरस्कार |
नवाजुद्दीन सिद्दीकी से जुड़े विवाद
2017 में एक विवाद में वो उलझे थे, एक पुस्तिका An Ordinary Life मे उनकी पूर्व पत्नी सुनीता राजवर और अभिनेत्री निहारिका सिंह के बारे में कुछ गलत छापा था। इसके चलते नवाज सिद्दीकी के ऊपर मानहानि का केस इन दोनों ने मिलकर कर दिया था।
इस वजह से 2017 में इन्हें काफी उलझन परेशानी का सामना करना पड़ा था। इस कारण उन्हें अपनी जीवनी पर बनी पुस्तक को वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा था।
Nawazuddin Siddiqui FAQ (Frequently Asked Question)
1. नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पहली फिल्म कौन है ?
(What is the name of Nawazuddin Siddiqui first movies ?)
Ans. नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पहली फिल्म सरफरोश थी। जो वर्ष 1999 में आई थी।
2. नवाज़ुद्दीन सिद्धकी गर्लफ्रेंड का नाम क्या है ?(What is the name of Nawazuddin Siddiqui Girlsfriends ?)
Ans – नवाजुद्दीन सिद्दीकी गर्लफ्रेंड का नाम निहारिका सिंह हैं।
3. नवाज़ुद्दीन सिद्धकी का पत्नी कौन हैं?
(Nawazuddin Siddiqui wife name)
Ans – नवाज़ुद्दीन सिद्धकी की पत्नी अंजना सिद्धकी है।
4 .नवाज़ुद्दीन सिद्धकी की पहली पत्नी कौन हैं ? (Nawazuddin Siddiqui wife name)
Ans – नवाज़ुद्दीन सिद्धकी की पहली पत्नी सुनीता राजवर है।
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Aapka samjhane ka tareeka kaafi accha hai