Difference between SEO & SEM in Hindi (Search Engine Optimization और Search Engine Marketing में क्या अंतर है ?) : जब digital marketing की बात करते हैं, तो इसमें दो शब्द SEO और SEM का अक्सर उपयोग किया जाता है। SEO – Search Engine Optimization के लिए है जबकि SEM – Search Engine Marketing के लिए है।
SEO, Search Engine Result Pages (SERPs) पर अपनी रैंकिंग को सुधार करने के लिए वेबसाइट के कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करने के प्रक्रिया है।
SEO का उद्देश्य किसी वेबसाइट की visibility को organically improve करना है, वो भी बिना paid advertising के। SEO का सबसे पहला लक्ष्य किसी वेबसाइट पर organic traffic increase करना है।

दूसरी ओर, SEM में किसी वेबसाइट पर traffic लाने के लिए paid advertising का उपयोग किया जाता है। इसके अंतर्गत Pay-Per-Click (PPC) advertising जैसी activities शामिल होती है, जहां advertisers अपने-अपने ads पर प्रत्येक click के लिए pay करते हैं, और advertising display करते हैं, जिसमें प्रचारित किये जा रहे product या service से संबंधित वेबसाइट पर banner ads लगाना शामिल है।
SEM का प्राथमिक उद्देश्य वेबसाइट के traffic को बढ़ाना और lead और sales को तेजी से generate करना है। यह SEO की तुलना में अधिक agressive marketing approach है, क्योंकि इसमें paid advertising शामिल हैं, जिसके वजह से रिजल्ट तेजी से मिल सकते हैं।
जबकि SEO और SEM दोनों के अपने Pros (पक्ष) और Cons (विपक्ष) हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है कि वे परस्पर exclusive नहीं है। वास्तव में, बहुत सारे businesses एक दूसरे के पूरक के लिए दोनों रणनीतियों (strategies) का इस्तेमाल करते हैं।
SEO एक long-term strategy है जिसमें SERPs पर high ranking प्राप्त करने के लिए और बनाये रखने के लिए निरंतर प्रयास (consistent effort) और धैर्य की आवश्यकता होती है। हालांकि एक बार जब आप high ranking प्राप्त कर लेते हैं, तो यह आपके वेबसाइट पर organic traffic की एक स्थिर धारा प्रदान कर सकता है।
दूसरी ओर, SEM तत्काल रिजल्ट प्रदान कर सकता है और व्यापक audience तक जल्दी पहुंचने में आपकी सहायता कर सकता है। हालांकि, यह expensive हो सकता है, और एक बार जब आप ads के लिए pay करना बंद कर देते हैं, तो आपके वेबसाइट का traffic भी रुक सकता है।
Search Engine Optimization और Search Engine Marketing में क्या अंतर है : (Difference between SEO & SEM in Hindi)
SEO (Search Engine Optimization) | SEM (Search Engine Marketing) |
SEO एक तरीका है जिससे सर्च इंजन में अपने वेबसाइट को पहले स्थान पर रख सकते हैं। | Advertising और SEO के द्वारा वेबसाइट के promotion के लिए, इस online marketing techniques का इस्तेमाल करते हैं। |
इसमें organic तरीके से वेबसाइट को promote किया जाता है। | इसमें organic और paid दोनों तरीके शामिल होते हैं। |
इसमें खर्च नहीं करना पड़ता है। | इसमें organic और paid दोनों तरीके शामिल होते हैं। इसमें पैसा खर्च करना पड़ता है। |
SEO Vs SEM in Hindi
SEO और SEM दोनों का इस्तेमाल सर्च इंजन से वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने के लिए किया जाता है लेकिन दोनों में काफी अंतर है।
इन दोनों में मुख्य अंतर यह है कि SEO का इस्तेमाल सर्च इंजन से organic traffic लाने के लिए किया जाता है। वही दूसरी तरफ SEM का इस्तेमाल सर्च इंजन से organic और paid दोनों तरीकों से traffic लाने के लिए किया जाता है।
इसे आसान भाषा में समझाता हूँ।
जब आप गूगल जैसे सर्च इंजन में किसी keyword को डालकर सर्च करते हैं तो SERPs में सबसे ऊपर कुछ ads आते हैं, जिसमें ‘Ads’ tags लगा हुआ भी होता है। वह ads उन वेबसाइट्स के द्वारा पैसे देकर चलाए जाते हैं। जबकि नीचे की तरफ normal result होता है, इसमें ads नहीं होता है। यह वेबसाइट अपने को रैंक कराने के लिए सर्च इंजन को कोई भी पैसा नहीं देती है। मतलब इस वेबसाइट पर organic traffic आती है।

SEO में निम्नलिखित चीजों को शामिल किया जाता है –
- On Page SEO
- Off Page SEO
- Technical SEO
- User Interaction Signal
SEO के बारे में पूरी जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़ें : SEO क्या है और कैसे करते हैं : What is SEO in Hindi
SEM में निम्नलिखित चीजों को शामिल किया जाता है –
1. SEO : बहुत से लोग सोचते हैं कि Ads के द्वारा सर्च इंजन से ट्रैफिक लाना ही SEM है परंतु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। SEM में SEO को भी शामिल किया जाता है ताकि वेबसाइट पर आर्गेनिक ट्रैफिक प्राप्त किया जा सके। SEO, Search Engine Marketing में कम कीमत पर अच्छा मुनाफा कमाने के लिए एक बहुत ही अच्छा ऑप्शन है।
2. Bidding : आप किसी भी सर्च इंजन का इस्तेमाल करो, परंतु कहीं पर भी Ads section में अपनी वेबसाइट को लाना इतना आसान नहीं होता है। क्योंकि आपके अलावा और भी लोग होते है जो अपनी वेबसाइट पर ads चलाने के लिए सर्च इंजन को पैसा दे रहे होते हैं।
ऐसे में आपको इसके लिए bidding करनी होती है, जो keyword सबसे अच्छा bidding करता है, उसे paid area में उसकी bidding के अनुसार अपनी जगह मिल जाती है।
3. Quality Score : सिर्फ पैसे देकर अपने वेबसाइट को paid section में लाने से काम नहीं चलता, आपको अच्छा quality score भी बनाने होते हैं जिससे लोग आपके वेबसाइट पर विजिट कर सके।
Quality score एक metric को refers करता है, जिसका इस्तेमाल गूगल जैसे सर्च इंजन द्वारा एक specific search query के संबंध में advertiser के ad और landing pages की relevancy और quality को measure करने के लिए किया जाता है।
Quality score आमतौर पर कई factors पर आधारित होता है, जिसमें ad copy की प्रासंगिकता और उपयोगिता और user की सर्च query के लिए landing page, ad का ऐतिहासिक CTR (click-through rate) और landing page का overall user experience शामिल है।
एक high quality score के परिणामस्वरूप आमतौर पर advertiser के लिए बेहतर Ad placement, lower CPC (Cost-per-click) और investment पर अच्छा return होता है। इसलिए advertisers के लिए महत्वपूर्ण है कि वे postitive user experience प्रदान करने वाले high quality, relevant ads और landing page बनाकर अपने quality scores को improve करने पर focus करे।
High quality score होने पर आपको प्रत्येक click पर छूट भी मिलता है।
4. Ad Copy : CTR को बढ़ाने के लिए Ad Copy अच्छा होना बहुत ही जरूरी है। Ad copy वह होती है जो audience को आपके Ad में दिखाई देती है। इसमें title, description इत्यादि को include किया जाता है।
यदि आप बेहतर Ad copy design करेंगे तो अच्छा CTR और quality score मिलेगा जिससे कि same click के लिए कम पैसे देने होंगे।
SEO और SEM में से कौन बेहतर है : (Which is Better SEO or SEM ?)
SEO और SEM के बीच का चुनाव आपके specific business goals और जरूरतों पर निर्भर करता है।
SEO, specific keywords और phrases के लिए organic search results में higher rank करने के लिए आपके वेबसाइट और कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करने की प्रक्रिया है। SEO को build करने और maintain रखने के लिए समय और प्रयास की आवश्यकता होती है, लेकिन यह बढ़े हुए ट्रैफिक और visibility के मामले में long-term (लंबे समय) के लिए लाभ प्रदान कर सकता है।
दूसरी ओर, SEM एक paid advertising strategy है जिसमें keywords पर bidding (बोली) लगाना और SERPs (Search Engine Result Pages) में ads देना शामिल है। SEM, SEO की तुलना में faster results औरअधिक trageted traffic प्रदान कर सकता है, लेकिन इसे maintain रखने के लिए निरंतर investment की आवश्यकता होती है और यह लंबे समय में अधिक महंगा (expensive) हो सकता है।
सामान्य तौर पर, यदि आप long term स्थायी विकास की खोज रहे हैं और आपके पास SEO में investment करने के लिए समय और resources है, तो यह एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है।
हालांकि, यदि आपको अधिक तत्काल results की आवश्यकता है और चल रहे ad के व्यय के लिए बजट है, तो SEM आपके SEO प्रयासों के supplement के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। अंततः, सबसे अच्छी strategy (रणनीति) आपके specific business goals, target audience और बजट पर निर्भर करेगी।
Conclusion –
अंत में, आपके वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने के लिए SEO और SEM दोनों महत्वपूर्ण strategy है। जबकि SEO एक long-term investment है जिसके लिए लगातार प्रयास की आवश्यकता होती है, SEM high cost पर, तत्काल रिजल्ट प्रदान कर सकता है।
आखिरकार दोनों के बीच चुनाव आपके business उद्देश्यों और बजट पर निर्भर करता है। एक व्यापक (comprehensive) digital marketing strategy जिसमें SEO और SEM दोनों शामिल हैं, traffic लाने, lead generate करने और sales बढ़ाने का सबसे effective तरीका हो सकता है।
उम्मीद करता हूँ कि आपको यह पोस्ट (SEO Vs SEM in Hindi) अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा। इसी तरह का पोस्ट अपने ईमेल पर पाते रहने के लिए इस ब्लॉग को सब्सक्राइब करें।
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