भारत की टॉप 6 सक्सेसफुल बिज़नेस वीमेन – 6 Most Successful Women in Business in India in Hindi : इस पोस्ट में 6 successful Indian women entrepreneurs के बारे में जानेंगे जिन्होंने अपने मेहनत और दम पर सफलता हासिल की है।
6 Most Successful Women in Business in India in Hindi
चंदा कोचर (Chanda Kochhar)
चंदा कोचर का जन्म 17 नवंबर 1961 को राजस्थान में हुआ था। चंदा कोचर आई.सी.आई.सी.आई (ICICI) बैंक की मुख्य कार्यकारी ऑफिसर (CEO) एवं प्रबन्ध निदेशक (MD) हैं। चंदा जी ने जमनाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, मुंबई से प्रबंधन अध्ययन में Masters Degree प्राप्त की।
चंदा कोचर जी को Management Studies में उत्कृष्टता के लिए Wockhardt Gold Medal और Cost Accountancy में J. N. Bose Gold Medal से सम्मानित किया गया।
1984 ई. में चंदा कोचर ने ICICI (Industrial Credit and Investment Corporation of India) Bank एक प्रबंधन प्रशिक्षु (management trainee) के रूप में join किया। ICIC bank में अपने प्रारंभिक वर्षों में, चंदा जी को वस्त्र, कागज और सीमेंट जैसे विभिन्न उद्योगों में परियोजनाओं का काम सौंपा गया।
1994 ई. में चंदा जी को Assistant General Manager (AGM) और उसके बाद 1996 ई. में Deputy General Manager (DGM) के पद पर नियुक्त किया गया।
1998 ई. में उन्हें General Manager (GM) के पद पर नियुक्त किया गया।
अप्रैल 2006 में, चंदा कोचर जी की ICIC bank की deputy managing director (उप प्रबंध निदेशक) के रूप में नियुक्त किया गया। वह कॉर्पोरेट और आई.सी.आई.सी.आई बैंक के रिटेल बैंकिंग व्यवसाय में कामयाब रहे।
चंदा कोचर जी के नेतृत्व में ICICI Bank ने सन 2001, 2003, 2004 और 2005 में “Best Retail Bank in India” पुरस्कार जीता और 2002 में “Excellence in Retail Banking Award” जीता; दोनों पुरस्कार एशियाई बैंकर द्वारा दिए गए थे।
इसके अलावा चंदा कोचर जी को 2004 में रिटेल बैंकर इंटरनेशनल द्वारा “ग्लोबल अवार्ड्स”, 2005 में Economic Times द्वारा “Business Woman of the Year 2005” award और 2006 में Retail Banker International द्वारा “Rising Star Award” से सम्मानित क्या गया।
वंदना लूथरा (Vandana Luthara)
वंदना लूथरा beauty and wellness company VLCC Health Care Ltd की Founder हैं। वंदना लूथरा जी ने अपनी करियर की शुरुआत की 1989 ई. में की।
11 देशों में VLCC को स्थापित है, जिसका श्रेय वंदना लूथरा जी को जाता है।
वंदना लूथरा का जन्म 12 जुलाई 1959 में नई दिल्ली में हुआ था। उनके पिता एक मैकेनिकल इंजीनियर थे और उनकी माँ एक आयुर्वेदिक डॉक्टर थीं।
नई दिल्ली में Polytechnic for Women से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह सौंदर्य, भोजन और पोषण और स्किनकेयर में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए यूरोप चली गई।
2010 में, उन्होंने एंटरप्राइज एशिया वुमन एंटरप्रेन्योर (Entrepreneur) ऑफ द ईयर अवार्ड जीता।
2012 में, उन्हें एशियन बिजनेस लीडर्स फोरम ट्रेलब्लेज़र (Trailblazer) पुरस्कार मिला।
2013 में वंदना लूथरा जी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
2015 में, उन्हें फॉर्च्यून इंडिया द्वारा भारत में व्यवसाय में 33वें सबसे शक्तिशाली महिला के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
किरण मजूमदार शॉ (Kiran Mazumdar Shaw)
किरण मजूमदार एक भारतीय महिला व्यवसायी, टेक्नोक्रेट, अन्वेषक और बायोटेक्नोलॉजी कंपनी biocon लिमिटेड की चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं। इसके अतिरिक्त ये आईआईएम बेंगलुरु की मौजूदा अध्यक्ष भी हैं।
किरण मजूमदार शॉ का जन्म 23 मार्च, 1953 को बेंगलुरु (कर्नाटक) में हुआ था। इन्होंने बेंगलोर के बिशप कॉटन गर्ल्स हाई स्कूल से वर्ष 1968 में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इन्होंने बी.एस.सी (जूलॉजी ऑनर्स) की डिग्री बंगलौर विश्वविद्यालय से वर्ष 1973 में पूरी की।
इसके बाद इन्होंने ‘मॉल्टिंग और ब्रूइंग’ विषय पर बैलेरैट कॉलेज, मेलबोर्न यूनिवर्सिटी (ऑस्ट्रेलिया) से वर्ष 1975 में उच्चशिक्षा हासिल की।
मजूमदार शॉ ने biocon company की स्थापना 1978 ई. में की। वर्ष 1978 में, वे आयरलैंड के कॉर्क के बायकॉनकैमिकल्स लिमिटेड से एक प्रशिक्षु प्रबंधक के रूप में जुड़ीं। उसी वर्ष बेंगलुरु में केवल 10 हजार की पूंजी से किराये के मकान के गैरेज में biocon की शुरुआत की।
वर्ष 1989 ई. में ‘Biocon Limited’ भारत की पहली जैव-प्रौद्योगिकी (biotechnology) कंपनी बनी, जिसे ट्रेडमार्क युक्त प्रौद्योगिकियों के लिए अमेरिका से धन प्राप्त हुआ।
इंग्लैंड की मशहूर पत्रिका ‘द मेडिसिन मेकर’ ने दवा क्षेत्र की 100 हस्तियों की सूची में किरण को दूसरे नंबर पर रखा है। खास बात यह है कि पत्रिका ने भारत से सिर्फ किरण मजूमदार को इस सूची में जगह दी है।
फोर्ब्स पत्रिका ने इन्हें वर्ष 2014 में दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में 92वें स्थान पर रखा था।
इन्हें भारत सरकार के प्रतिष्ठित पद्मश्री (1989) और पद्म भूषण (2005) पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
इंद्रा नूयी (Indra Nooyi)
इंद्रा नूयी PepsiCO की CEO (chief Executive officer) है। इनका जन्म चेन्नई में हुआ। इन्होंने मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
इंद्रा नूयी जी ने अपने करियर की शुरुआत Johnson & Johnson Co. एवं Textile Co. Mettur Beardsell से Product Manager के रूप में की। 1994 में वह PepsiCo. में शामिल हो गई। 2006 में वह PepsiCo. की CEO बनायीं गयी।
2007 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
अरुन्धति भट्टाचार्य (Arundhati Bhattacharya)
अरुन्धति भट्टाचार्य भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की 24वीं चेयरपर्सन रही हैं। वह पहली महिला है जो भारतीय स्टेट बैंक के इस पद में गयी। उन्होंने 7 अक्टूबर 2013 को यह पद ग्रहण किया। उन्होंने 30 सितंबर को इस पद से रिटायर हुए श्री प्रतीप चौधरी का स्थान लिया।
इससे पहले वे बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर सह चीफ फाईनैंशियल ऑफिसर थीं।
अरुन्धति भट्टाचार्य का जन्म 18 मार्च 1956 को कोलकाता, भारत (India) मे एक बंगाली परिवार हुआ। अरुन्धति भट्टाचार्य की शुरुआती शिक्षा संत. जेवियर स्कूल बोकारो से हुआ। बाद मे वे कोलकाता चली गयी जहाँ जाड़वपुर यूनिवर्सिटी से इंग्लीश लिटरेचर की।
अरुन्धति ने 1977 में एक बतौर प्रोबेशनरी ऑफिसर के तौर पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जॉइन किया।
अपने 36 साल के करियर में उन्होंने बैंकिंग के विभिन्न विभागों में काम किया है। वह SBI के न्यूयॉर्क ऑफिस में भी काम कर चुकी हैं तथा SBI कैपिटल मार्केट्स की मैनेजिंग डायरेक्टर भी रह चुकी हैं।
वे भारत की प्रथम और फिलहाल एकमात्र महिला हैं, जो फार्च्यून 500 लिस्ट में आने वाली किसी भी भारतीय कंपनी का नेतृत्व करती हैं। यदि सिर्फ बैंकिंग की बात की जाए तो विश्वभर में वे एकमात्र महिला हैं, जो फार्च्यून 500 लिस्ट में आने वाले किसी भी बैंक का नेतृत्व करती हैं।
यही नहीं, SBI 15000 + शाखाओ तथा संपूर्ण भारत के बैंक डिपोज़िट में 22% हिस्सेदारी के साथ भारत का सबसे बड़ा बैंक है और इसकी शीर्ष नेता होने के साथ ही वह भारत की सर्वाधिक शक्तिशाली महिलाओं में शुमार हो गई हैं।
शिखा शर्मा (Shikha Sharma)
शिखा शर्मा देश की सबसे सफल और सम्मानित बैंकर्स में एक हैं। ये एक्सिस बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और सी.ई.ओ (CEO) की भूमिका निभा चुकी है।
शिखा शर्मा का जन्म एक सैन्य अधिकारी के घर 19 नवम्बर 1958 को हुआ। उन्होंने दिल्ली के ‘लोरेटो कान्वेंट’ से अपनी स्कूल की शिक्षा पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के ‘लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वीमेन’ (LSR) से अर्थशास्त्र में बीए (ओनर्स) किया।
तत्पश्चात उन्होंने मशहूर प्रबंधन संस्थान ‘आईआईएम अहमदाबाद’ से एमबीए किया। उसके बाद मुंबई के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी से सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया।
शिखा शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में आई.सी.आई.सी.आई (ICICI) से की थी। सन 1992 ई. में उन्होंने ICICI सिक्योरिटीज, जो ICICI और जेपी मॉर्गन का एक संयुक्त उद्यम है, की स्थापना की।
1998 ई. में वह ICICI निजी वित्तीय सेवाओं की प्रबंध निदेशक बन गयीं। 1 जून 2009 से एक्सिस बैंक (Axis bank) के प्रबंध निदेशक और सीईओ और एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष और एसोसिएट डायरेक्टर के तौर पर कार्य किया।
इकनोमिक टाइम्स अवार्ड्स 2008 में इनको ‘बिज़नसवीमेन ऑफ़ द इयर’ से सम्मानित किया गया। फार्च्यून के ग्लोबल एंड इंडिया के ’50 मोस्ट पावरफुल वीमेन इन बिज़नस’ के लिस्ट में शिखा शर्मा जी को शामिल किया गया। इन्हें बिज़नसवर्ल्ड 2012 का ‘बैंकर ऑफ़ द इयर’ पुरस्कार प्राप्त हुआ।
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