White Hat SEO क्या है : What is White Hat SEO in Hindi – पिछली पोस्ट में मैंने आपको Black Hat SEO के बारे में बतलाया था। इस पोस्ट में हमलोग White Hat SEO kya hai, White Hat SEO technique के बारे में विस्तार से जानेंगे।
SEO की दो प्रकार technique होती है – पहला White Hat SEO तथा दूसरा Black Hat SEO. यदि आप अपने वेबसाइट को सर्च इंजन में लंबे समय तक रैंक करना चाहते है और इससे long-term के लिए income generate करना चाहते हैं तो आपको white hat SEO technique का इस्तेमाल करना चाहिए। यह बिल्कुल 100 % सुरक्षित है।

लेकिन यदि आप short-term के लिए वेबसाइट पर काम करना चाहते है तो Black Hat SEO technique का इस्तेमाल करें। लेकिन यह तकनीक search engine के guidelines को बिल्कुल भी follow नहीं करता है। Black Hat SEO के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़े – Black Hat SEO क्या है : What is Black Hat SEO in Hindi
White Hat SEO क्या है ? What is White Hat SEO in Hindi ?
White Hat SEO वास्तव में SEO कि एक ऐसी तकनीक है, जिसमें वेबसाइट को SERP में रैंक कराने के लिए सर्च इंजन के guidelines को पूरी तरह से फॉलो किया जाता है।
भले ही इसमें Black Hat SEO तकनीक के मुकाबले साइट को रैंक कराने में अधिक समय लगता है लेकिन बाद में रिजल्ट बहुत अच्छा मिलता है और लंबे समय तक रहता है। White Hat SEO बिल्कुल सुरक्षित तरीका है।
White Hat SEO Technique in Hindi
White Hat SEO technique निम्नलिखित है :-
- High Quality & Unique Contents
- Mobile Friendly Website
- Website Speed
- Title & Meta Description
- Image Optimization
- Internal & External Linking
- Fix website Errors
- Quality Backlinks
- URL Structure
- Easy Navigat System
- Keyword Density Check
- Use Keywords at Right Place
- Social Media Optimization
- Guest Posting
White Hat SEO Technique का इस्तेमाल कैसे करे (How to Use White Hat SEO Technique in Hindi ?)
1. High Quality & Unique Contents
High Quality contents का मतलब ऐसा कंटेंट जो कि अच्छी तरह से लिखा गया हो, informative और engaging हो, और users को महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता हो। इस तरह के कंटेंट users के जरूरत के हिसाब से लिखा जाता है। इस तरह का कंटेंट में कोई भी errors और grammatical mistakes नहीं होता है।
Unique Content का मतलब ऐसा कंटेंट जो original हो और कहीं से भी कॉपी नहीं किया गया हो। इसमें इस तरह की जानकारी होती है जो पहले नहीं देखी गई हो।
Unique content बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वेबसाइट को अपने competitors से अलग दिखने में मदद करता है और loyal audience को आकर्षित करने और बनाये रखने की संभावना को बढ़ाती है।
2. Mobile Friendly Website
Mobile friendly website ऐसी वेबसाइट होती है जिन्हें स्मार्टफोन और टेबलेट जैसे मोबाइल डिवाइस में proper तरीके से display करने और अच्छा user experience के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
इसका मतलब इस तरह के वेबसाइट को touch आधारित नेविगेशन के साथ छोटी स्क्रीन पर आसानी से नेविगेट, पढ़ा और उपयोग किया जा सकता है। मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट में responsive design होता है जो विभिन्न प्रकार की स्क्रीन साइज में adjust हो जाती है।
Mobile friendly website का होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि अधिक से अधिक लोग इंटरनेट ब्राउज करने के लिए मोबाइल का ही इस्तेमाल करते हैं। यदि आपका साइट मोबाइल फ्रेंडली नहीं है तो यूज़र्स के लिए आपके साइट के content को access करने और navigate करने में परेशानी हो सकती है।
इस तरह के poor user experience से आपके साइट की traffic कम हो सकती है।
गूगल जैसा सर्च इंजन search में मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट को प्राथमिकता अधिक देता है। इसलिए mobile friendly website का होना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए हमेशा अपने साइट में responsive theme और template का इस्तेमाल करें।
3. Website Speed
Website Speed का मतलब है कि आपका साइट कितना जल्दी open होता है और कितना जल्दी यूज़र्स के interaction पर respond करता है। User experience का यह एक महत्वपूर्ण factor है, क्योंकि यदि किसी वेबसाइट को load होने या respond देने में बहुत अधिक समय लगता है, तो यूज़र्स का उस वेबसाइट को छोड़कर दूसरे वेबसाइट पर चले जाने की संभावना अधिक होती है।
वेबसाइट की स्पीड सर्च इंजन रैंकिंग को भी प्रभावित कर सकती है, google जैसे सर्च इंजन website speed को ranking algorithms का एक factor मानता है।
कुछ ऐसे factors जो कि website speed पर प्रभाव डाल सकती है, इस प्रकार है –
a. Server Response Time : Web Server को यूज़र्स के ब्राउज़र से request करने के बाद जवाब देने में लगने वाला समय।
b. Page Size : Images, Videos और other content सहित web page को दिखाने के लिए डाउनलोड किये जाने वाली data की मात्रा कितनी है।
c. Code Optimization : HTML, CSS और JavaScript सहित वेबसाइट का कोड की efficiencey, जो यह प्रभावित कर सकती है कि वेबसाइट कितना जल्दी लोड होता है।
d. Caching : अक्सर access किये गए data को store करने के लिए caching technique का इस्तेमाल करते है। यह वेबपेज को display करने के लिए डाउनलोड किये जाने वाले data की मात्रा को कम कर सकता है।
e. Content Delivery Network (CDN) : वेबसाइट के कंटेंट को multiple servers पर distribute करने के लिए CDN का इस्तेमाल करते हैं, जो यूजर और सर्वर के बीच की दूरी को कम करके वेबसाइट की स्पीड में सुधार कर सकता है।
अपने वेबसाइट के स्पीड में सुधार करने के लिए code को optimize, images और अन्य कंटेंट को compress कर सकते हैं। Caching technique और CDN का उपयोग कर सकते है। Site में improvement करने और इसकी speed को measure करने के लिए Google Page Speed Insight जैसे tool का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. Title and Meta Description
Title & Meta Description On-Page SEO के दो महत्वपूर्ण element है जो कि search engines और users को वेबपेज के कंटेंट के बारे में information प्रदान करता है।
Title tag एक HTML element है जो webpage के header section में दिखाई देता है और और पेज के title को specifies करता है।
यह उस पेज के लिए क्लिक करने योग्य title के रूप में search engine results में भी दिखाई देता है। Title tag को वेबपेज के कंटेंट के बारे में सटीक वर्णन करना चाहिए और उसमें relevant keywords include करना चाहिए जिसे यूज़र्स सर्च कर सकते है।
Meta description एक HTML element है जो कि पेज के कंटेंट के बारे में संक्षिप्त summary प्रदान करता है। यह पेज कंटेंट के short summary के रूप में, title tag के नीचे, सर्च इंजन रिजल्ट में भी show होता है। Meta description यूज़र्स की search query के लिए आकर्षक और relevant होना चाहिए।
5. Image Optimization
वैसा images जिसका file size बहुत बड़ी है, page loading times को slow कर सकती है, जो user experience और SEO को negative रूप से प्रभावित कर सकता है।
Images को optimize करने के लिए कुछ tips बात रहा हूँ : –
- Resize images
- compress images
- Choose the right file format
- Optimize alt text
- Use Lazy loading
6. Internal & External Linking
यह वेबसाइट optimization और SEO के लिए दो महत्त्वपूर्ण stratagies है।
एक वेबसाइट पर एक पेज को उसी वेबसाइट के दूसरे पेज से जोड़ने के अभ्यास को Internal linking कहते हैं। ये links सामान्यतः navigation menu, header, footer या वेबपेज के body में शामिल होता है।
Internal linking कई कारणों से महत्वपूर्ण है :
- यह यूज़र्स को वेबसाइट नेविगेट करने और relevant content को ढूंढने में मदद करता है।
- यह सर्च इंजन को वेबसाइट का structure समझने और सबसे महत्त्वपूर्ण pages को प्राथमिकता देने में मदद करता है।
- यह वेबसाइट पर Page Authority औरl link juice distribute करने में मदद करता, है जिससे अलग-अलग (individual) पेजों की सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार हो सकता है।
- Internal linking साइट के पेज views को increase करता है।
- Internal linking site के bounce rate को decrease करता है।
External linking एक वेबसाइट पर एक पेज को दूसरी वेबसाइट पर एक पेज से लिंक करने के प्रैक्टिस को refer करता है। External links को outbound links भी कहते है।
External link कई कारणों से महत्तपूर्ण है :
- External link चर्चा किये जा रहे topic पर आधारित जानकारी प्राप्त करने में यूज़र्स की मदद करता है।
- External link page पर कंटेंट के context (संदर्भ) को समझने में सर्च इंजन की मदद करता है। और सबसे अधिक relevant (प्रासंगिक) pages को प्राथमिकता देता है।
- यह अन्य वेबसाइट के साथ संबंध बनाने और inbound link को आकर्षित करने में मदद कर सकता है, जिससे वेबसाइट की सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार हो सकती है।
7. Fix Website Errors
वेबसाइट में कई तरह के errors हो सकते हैं जिसे fix करना बहुत ही जरूरी है। कुछ errors इस प्रकार है –
404 Errors : यह errors तब होता है जब कोई यूजर किसी ऐसे पेज को access करने की कोशिश करता है जो वेबसाइट पर मौजूद नहीं होता है।
505 Error : यह error तब होता है जब कोई Internal Server Error होता है जो वेबसाइट को properly load होने से रोकती है।
DNS Errors : यह errors तब होता है जब Domain Name Server (DNS) Configuration में कोई समस्या होती है, जो वेबसाइट को access करने से रोकती है।
SSL Error : यह error तब होता है जब SSL Certificate में कोई problem होता है जिसका इस्तेमाल वेबसाइट और यूज़र्स के बीच communication को encrypt करने के लिए किया जाता है।
Syntax Error : यह errors तब होती है जब वेबसाइट पर कोड में कोई समस्या होती है, जो साइट को ठीक से काम करने से रोकती है।
Database Connection Errors : यह error तब होता है जब database से connect करने में कोई problem होती है जिसका उपयोग वेबसाइट information को store करने के लिए करती है।
8. Quality Backlinks
यह अन्य websites के links होते हैं जो आपको वेबसाइट की ओर point करते हैं। मतलब हमारे वेबसाइट के पेज का लिंक किसी दूसरे high authority वाले वेबसाइट पर होना।
ये links SEO के लिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि वे सर्च इंजन को signal देते है कि अन्य websites आपके कंटेंट को valuable और relevant मानती है।
Quality backlink वे लिंक होते है जो high domain authority वाली वेबसाइट से आते है, आपके niche से related होते हैं, और natural link profile होती है।
आपके वेबसाइट के लिए quality backlinks प्राप्त करना महत्वपूर्ण है क्योंकि वे आपके वेबसाइट को सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार करने, आपके वेबसाइट की visibility को बढ़ाने और अधिक ट्रैफिक लाने में मदद कर सकता है।
हालांकि, इस बात का ध्यान रखना महत्त्वपूर्ण है कि backlinks का निर्माण natural और ethical way से किया जाना चाहिए, Black Hat SEO technique से बचना चाहिए जो आपके वेबसाइट की reputation को नुकसान पहुंचा सकता है।
9. URL Structure
Well-structured URL आपके वेब पेज के visibility को search engine results में improve कर सकता है। यहाँ SEO-friendly URLs structure को create करने के लिए कुछ टिप्स दिए गए हैं –
Descriptive और संक्षिप्त URL का use करे जो पेज के content को दर्शाते हों। ऐसे सामान्य या अस्पष्ट URL का उपयोग करने से बचे जिससे पेज के कंटेंट के बारे में कोई information नहीं मिलता हो।
Underscores या अन्य characters के बजाय URL में words को अलग करने के लिए hyphen का इस्तेमाल करें। Hyphen search engine द्वारा पसंद किये जाते है और यूज़र्स के लिए URL पढ़ने में आसान बनाता है।
Page के content का सटीक वर्णन करते हुए URL की लंबाई यथासंभव कम रखे। लंबे और complex (जटिल) URL को पढ़ना और समझना मुश्किल हो सकता है।
अगर संभव हो तो URL में Primary Keyword या Phrase (वाक्यांश) को शामिल करें। यह उस keyword के लिए पेज की प्रासंगिकता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है और सर्च इंजन के लिए पेज के कंटेंट का समझना आसान बना सकता है।
“Best Coffee Shops in India” के बारे में पेज के लिए SEO-Friendly URL structure का उदाहरण हो सकता है – https://www.example.com/best-coffee-shops-India
10. Easy Navigate System :
जब SEO की बात आती है तो एक Easy-navigate-website होना users और search engine दोनों के लिए महत्त्वपूर्ण है। यूज़र्स के अनुकूल और SEO के अनुकूल navigation system बनाने के लिए यहां कुछ tips दिए गए है –
Naviagation System को simple रखें : Clear और संक्षिप्त menu label का इस्तेमाल करे जो कि समझने में आसान हो। यूज़र्स को बहुत अधिक विकल्पों या complicated words से अभिभूत न करें।
Use Logical Grouping : Related pages को एक साथ इस तरह से समूहित करें जो समझ में आता हो। उदाहरण के लिये, यदि आप कपड़े बेचते है, तो आपके पास पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के कपड़ों के लिये अलग-अलग menu हो सकते हैं।
Breadcrumbs का use करें : Breadcrump यूज़र्स को वह path (रास्ता) दिखलाता है जो उन्होंने वर्तमान पेज पर जाने के लिए लिया था और वेबसाइट के structure को समझने में मदद मिलता है।
Search bar को शामिल करें : search bar यूज़र्स को जल्दी से वह चीज खोजने में मदद करता है जो वे खोज रहे हैं और सर्च इंजन को आपके वेबसाइट के कंटेंट को समझने में भी मदद कर सकता है।
Optimize for Mobile : चूंकि अधिक-से-अधिक लोग अपने mobile device पर वेबसाइट्स का उपयोग कर रहे हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है कि आपका navigate system मोबीएल स्क्रीन पर अच्छी तरह से काम करे। इन टिप्स को पालन करके, आप एक आसान नेविगेट वेबसाइट बना सकते हैं जो यूज़र्स और सर्च इंजन दोनों को आपकी वेबसाइट की कंटेंट और structure को समझने में मदद करेगी।
11. Keyword Density Check
Keyword Density पेज पर शब्दों की कुल संख्या की तुलना में वेबपेज पर किसी विशेष keyword या phrase के प्रकट होने के percentage को refer करता है।
Specific keywords के लिए वेबसाइट की रैंकिंग को optimize करने के लिए past में यह एक लोकप्रिय SEO technique हुआ करती थी।
हालांकि, इसे अब सर्च इंजन रैंकिंग निर्धारित करने में primary factor नहीं माना जाता है और किसी keyword का अत्यधिक उपयोग करना “keyword stuffing” के रूप में देखा जा सकता है उर आपकी साइट की रैंकिंग को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
आजकल, high quality content पर अधिक ध्यान दिया जाता है जो specific keyword पर focus करने के बजाय users को मूल्य प्रदान करता है।
अपने कंटेंट में relevant keywords का उपयोग करना महत्वपूर्ण है, लेकिन यह सुनिश्चित करना अधिक महत्त्वपूर्ण है कि आपका कंटेंट valuable, informative और users के लिए engaging (आकर्षक) हो।
यह सुनिश्चित करना अच्छा है कि आपका कीवर्ड आपके कंटेंट में मौजूद हो, लेकिन आपको उन्हें unnatural तरीके से भरने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इसके बजाय ऐसे कंटेंट बनाने के लिए related keywords, synonyms और long tail keywords का उपयोग करने पर focus करें जो आपके audience के लिए अधिक comprehensive उर targeted हो।
12. Use Keywords at Right Place
SEO में यह सुनिश्चित करने के लिए कि search engine content को समझ सके, अपने वेबपेज में सही स्थानों पर कीवर्ड का उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है। Effective SEO के लिए keyword का उपयोग करने के लिए यहां कुछ टिप्स दी गई है –
- Page title में keywords का इस्तेमाल करें।
- Meta description में keywords का इस्तेमाल करें।
- Header tags (H1, H2, H3 etc.) में keywords का इस्तेमाल करें।
- कंटेंट में keywords का इस्तेमाल करें।
- URL में keywords का इस्तेमाल करें।
13. Social Media Optimization
Social Media Optimization (SMO) visibility engagement और reach बढ़ाने के लिए आपके social media profile और कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करने की प्रक्रिया है।
Social media optimization के कुछ टिप्स दिए गए हैं –
Complete Your Profile : अपना प्रोफाइल पूरी तरह से भरे, जिसमें प्रोफाइल फ़ोटो, header image, bio और contact information शामिल है।
Use Keywords : जब लोग आपके business से संबंधित topic को सर्च करते है, तो उन्हें आपको खोजने में मदद करने के लिए अपने प्रोफाइल और कंटेंट में related keywords का इस्तेमाल करें।
Share Quality Content : Engaging और informative content को share करें जो आपके audience के लिए relevant हो। इससे like, share और कमेंट को प्रोत्साहन मिलेगा।
Hastags का use करें : Visibility और reach बढ़ाने के लिए अपने पोस्ट में relevant hastags का उपयोग करें।
Conclusion :
White Hat SEO, सर्च इंजन के लिए वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ करने का ethical तरीका है। यदि आप अपने वेबसाइट को सर्च इंजन में लंबे समय तक रैंक करना चाहते है और इससे long-term के लिए income generate करना चाहते हैं तो आपको white hat SEO technique का इस्तेमाल करना चाहिए। यह बिल्कुल 100 % सुरक्षित है।
Read Also :
- SEO क्या है और कैसे करते हैं : What is SEO in Hindi
- On Page SEO क्या है : What is On-Page SEO in Hindi (2022)
- Off-Page SEO क्या है : What is Off Page SEO in Hindi
- Black Hat SEO क्या है : What is Black Hat SEO in Hindi
उम्मीद करता हूँ कि आपको यह पोस्ट (White Hat SEO kya hai) अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा। इसी तरह का पोस्ट अपने ईमेल पर पाते रहने के लिए इस ब्लॉग को सब्सक्राइब करें।
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